उम्मीद की किरण
ख्वाबों के समंदर मे डूबी एक किरण हूँ,. मैं नई उम्मीदे लेकर जी रही हूं, टूटे सपनों को सँजोकर राहो मे छोड़ आई, आग की लौ सी जलती सीने में उम्मीद हूँ, मैं होकर भी नहीं हूँ, ऐसी एक दुआ हूँ, साथ होकर भी खुद से जुदा हूँ।। जीने की तमन्ना लेकर जी रही एक कली हूँ।. _JAya singh